Mahavir Jayanti 2022
DJSM is pleased to announce the celebrations of Mahavir Jayanti this year on Sunday, May 1st, 2022 at Kingston City Corps, Dingley Village.
DJSM is pleased to announce the celebrations of Mahavir Jayanti this year on Sunday, May 1st, 2022 at Kingston City Corps, Dingley Village.
Progress update on Digamber Jain Mandir Nirman in Melbourne, Australia
DJSM is pleased to announce the celebrations of “Mahavir Janma Kalyanak Parv” on Sunday April 25, 2021 @ Mulgrave Community Centre, Victoria
DJSM is pleased to announce that project for the first Digamber Jain Mandir in Melbourne has commenced. Click here for more details.
🙏 जय जिनेंद्र 🙏 आज का दिन उत्तम ब्रह्मचर्य के रूप में मनाया जाता है Day 10: Uttam Brahmacharya This day celebrates Uttam Brahmacharya meaning Supreme Chastity ब्रह्मचर्य – सद्गुणों का अभ्यास करना और अपने को पवित्र रखना। Shloka: शील-बाढ नौ राख, ब्रह्म-भाव अन्तर लखो । करि दोनों अभिलाख, करहु सफ़ल नरभव सदा ॥ उत्तम ब्रह्मचर्य …
🙏 जय जिनेंद्र 🙏 आज का दिन उत्तम आकिंचन के रूप में मनाया जाता है आकिंचन – किसी भी चीज में ममता न रखना। अपरिग्रह स्वीकार करना। Day 9: Uttam Akinchan This day celebrates Uttam Akinchan meaning Supreme Non Attachment Shloka: परिग्रह चौबिस भेद, त्याग करैं मुनिराज जी । तिसना भाव उछेद, घटती जान घटाइए ॥ …
Day 8: Uttam Tyaag This day celebrates Uttam Tyaag meaning Supreme Renunciation त्याग– पात्र को ज्ञान, अभय, आहार, औषधि आदि सद्वस्तु देना। *Shloka* दान चार परकार, चार सन्घ को दीजिए । धन बिजुली उनहार, नर-भव लाहो लीजिए ॥ उत्तम त्याग कह्यो जग सारा, औषध शास्त्र अभय आहारा । निहचै राग-द्वेष निरवारै, ग्याता दोनों दान संभारै ॥ …
Day 7: Uttam Tap This day celebrates Uttam Tap meaning Supreme Austerity. तप– मलीन वृत्तियों को दूर करने के लिए जो बल चाहिए, उसके लिए तपस्या करना। Shloka: तप चाहें सुरराय, करम-शिखर को वज्र है । द्वादशविधि सुखदाय, क्यों न करै निज सकति सम ॥ उत्तम तप सबमाहिं बखाना, करम शैल को वज्र-समाना । बस्यो अनादि-निगोद …
Day 6 : Uttam Sanyam This day celebrates Uttam Sanyam meaning Supreme Self-control संयम– मन, वचन और शरीर को काबू में रखना। Shloka: काय छहों प्रतिपाल, पंचेंद्री मन वश करो । सन्जम रतन संभाल, विषय चोर बहु फ़िरत हैं ॥ उत्तम सन्जम गहु मन मेरे, भव-भव के भांजै अघ तेरे । सुरग-नरक-पशुगति में नाहीं, आलस-हरन करन-सुख ठाहीं …
Day 5 : Uttam Shauch This day celebrates Uttam Shauch meaning Supreme Contentment/Purity शौच– मन में किसी भी तरह का लोभ न रखना। आसक्ति न रखना। शरीर की भी नहीं। Shloka: धरि हिरदै सन्तोष, करहु तपस्या देह सों । शौच सदा निर्दोष, धरम बढो संसार में ॥ उत्तम शौच सर्व जग जाना, लोभ पाप को बाप …